दोस्तों इस blog post में Vad dhatu Roop in Sanskrit के 10 लकारों, लट् लकार, लङ् लकार, लृट् लकार, लोट् लकार, विधिलिङ् लकार और शेष लकारों में धातु रूप लिखा हूँ, साथ ही प्रत्यय, अनुवाद, अर्थ आदि सभी विस्तार से बताया हूँ। आपको अन्यत्र कही जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी तो चलिए start करते हैं।
Table of Contents
Vad Dhatu Roop Lat Lakar
वर्तमान काल- Present Tense
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वदति | वदतः | वदन्ति |
मध्यम पुरुष | वदसि | वदथः | वदथ |
उत्तम पुरुष | वदामि | वदावः | वदामः |
वद् = बोलना (To Speak)
Vad dhatu Roop – लट् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | ति | तः | अन्ति |
मध्यम पुरुष | सि | थ: | थ |
उत्तम/अन्य | आमि | आवः | आमः |
Vad dhatu Roop in Sanskrit: – प्रत्यय योग
पपुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वद् + ति = वदति | वद् + तः = वदतः | वद् + अन्ति = वदन्ति |
मध्यम पुरुष | वद् + सि = वदसि | वद् + थ: = वदथ: | वद् + थ = वदथ |
उत्तम पुरुष | वद् + आमि = वदामि | वद् + आवः = वदाव: | वद् + आमः = वदामः |
वद् धातु रूप – लट् लकार संस्कृत अनुवाद
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | सः वदति = वह बोलता है सा वदति = वह बोलती है | तौ वदतः = वेदोनों बोलते हैं ते वदतः = वेदोनों बोलती हैं | ते वदन्ति = वेलोग बोलते हैं ता वदन्ति = वेलोग बोलती हैं |
मध्यम पुरुष | त्वं वदसि = तुम बोलते हो | युवाम वदथः = तुम दोनों बोलते हों | यूयम वदथ = तुमलोग बोलते हो |
उत्तम/अन्य पुरुष | अहम् वदामि = मैं बोलता हूँ | आवाम वदावः: = हमदोनों बोलते हैं | वयम वदामः = हमलोग बोलते हैं |
Vad dhatu Roop Lang Lakar
अनद्यतन भूतकाल – Past Tense
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अवदत् | अवदताम् | अवदन् |
मध्यम पुरुष | अवद: | अवदतम् | अवदत् |
उत्तम/अन्य पुरुष | अवदम् | अवदाव | अवदाम |
Vad Dhatu Roop – लङ् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अ….त् | अ….ताम् | अ….अन् |
मध्यम पुरुष | अ….अः | अ….तम् | अ….त् |
उत्तम/अन्य | अ….अम् | अ….आव | अ….आम |
Vad Ke Dhatu Roop – प्रत्यय के योग
पपुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अ + वद् + त् = अवदत् | अ + वद् + ताम् = अवदताम् | अ + वद् + अन् = अवदन् |
मध्यम पुरुष | अ + वद् + अः = अवद: | अ + वद् + तम् = अवदतम् | अ + वद् + त् = अवदत् |
उत्तम पुरुष | अ + वद् + अम् = अवदम् | अ + वद् + आव = अवदाव | अ + वद् + आम = अवदाम |
Vad Dhatu Roop 5 Lakar – लङ् लकार संस्कृत अनुवाद
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | सः अवदत् = वह बोलता था सा अवदत् = वह बोलती थी | तौ अवदताम् = वेदोनों बोलते थे ते अवदताम् = वेदोनों बोलती थीं | ते अवदन् = वेलोग बोलते थे ता अवदन् = वेलोग बोलती थीं |
मध्यम पुरुष | त्वं अवद: = तुम बोलते थे | युवाम अवदतम् = तुमदोनों बोलते थे | यूयम अवदत् = तुमलोग बोलते थे |
उत्तम/अन्य पुरुष | अहम् अवदम = मैं बोलता था | आवाम अवदाव = हमदोनों बोलते थे | वयम अवदाम = हमलोग बोलते थे |
Vad Dhatu Roop Lrit Lakar
भविष्यत काल – Future Tense
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वदिष्यति | वदिष्यत: | वदिष्यन्ति |
मध्यम पुरुष | वदिष्यसि | वदिष्यथ: | वदिष्यथ |
उत्तम/अन्य पुरुष | वदिष्यामि | वदिष्यावः | वदिष्यामः |
Vad dhatu Roop in Sanskrit – लृट् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | स्यति | स्यतः | स्यन्ति |
मध्यम पुरुष | स्यसि | स्यथः | स्यथ |
उत्तम/अन्य | स्यामि | स्यावः | स्यामः |
Vad Dhatu Roop in Sanskrit – प्रत्यय योग
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वद् + स्यति = वदिष्यति | वद् + स्यतः = वदिष्यतः | वद् + स्यन्ति = वदिष्यन्ति |
मध्यम पुरुष | वद् + स्यसि = वदिष्यसि | वद् + स्यथः = वदिष्यथ: | वद् + स्यथ = वदिष्यथ |
उत्तम/अन्य | वद् + स्यामि = वदिष्यामि | वद् + स्यावः = वदिष्यावः | वद् + स्यामः = वदिष्यामः |
Vad Dhatu Roop – लृट् लकार संस्कृत अनुवाद
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | सः वदिष्यति = वह बोलेगा सा वदिष्यति = वह बोलेगी | तौ वदिष्यत: = वे दोनों बोलेंगे ते वदिष्यत: = वे दोनों बोलेंगी | ते वदिष्यन्ति = वेलोग बोलेंगे ता वदिष्यन्ति = वेलोग बोलेंगी |
मध्यम पुरुष | त्वं वदिष्यसि = तुम बोलोगे | युवाम वदिष्यथ: = तुमदोनों बोलोगे | यूयम वदिष्यथ = तुमलोग बोलोगे |
उत्तम/अन्य पुरुष | अहम् वदिष्यामि = मैं बोलूँगा | आवाम वदिष्यावः = हमदोनों बोलेंगे | वयम वदिष्यामः = हमलोग बोलेंगे |
Vad Dhatu Roop Lot Lakar
अनुज्ञा – Order – Imperative Mood
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वदतु | वदताम् | वदन्तु |
मध्यम पुरुष | वद | वदतम् | वदत् |
उत्तम/अन्य पुरुष | वदानि | वदाव | वदाम |
लोट् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | तु | ताम् | अन्तु |
मध्यम पुरुष | अ | तम् | त् |
उत्तम/अन्य | आनि | आव | आम |
Vad Ke Dhatu Roop – प्रत्यय योग धातु रूप
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वद् + तु = वदतु | वद् + ताम् = वदताम् | वद् + अन्तु =वदन्तु |
मध्यम पुरुष | वद् + अ = वद | वद् + तम् = वदतम् | वद् + त् = वदत् |
उत्तम/अन्य | वद् + आनि = वदानि | वद् + आव = वदाव | वद् + आम =वदाम |
Vad Dhatu Roop in Sanskrit – लोट् लकार संस्कृत अनुवाद
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | सः वदतु = वह बोले सा वदतु = वह बोले | तौ वदताम्= वे दोनों बोलें ते वदताम्= वे दोनों बोलें | ते वदन्तु = वेलोग बोलें ता वदन्तु = वेलोग बोलें |
मध्यम पुरुष | त्वं वद = तुम बोलो | युवाम वदतम् = तुमदोनों बोलो | यूयम वदत् = तुमलोग बोलो |
उत्तम/अन्य पुरुष | अहम् वदानि = मैं बोलूँ | आवाम वदाव = हमदोनों बोलें | वयम वदाम = हमलोग बोलें |
Vad Dhatu Roop Vidhi ling
चाहिए – Should – Potential Mood
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वदेत् | वदेताम् | वदेयु: |
मध्यम पुरुष | वदे: | वदेतम् | वदेत् |
उत्तम/अन्य पुरुष | वदेयम् | वदेव | वदेम |
विधिलिङ् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | ईत् (एत्) | ईताम् (एताम्) | ईयु: (एयु:) |
मध्यम पुरुष | ई: (ए:) | ईतम् (एतम्) | ईत् (एत्) |
उत्तम/अन्य | ईयम् (एयम्) | ईव (एव) | ईम (एम) |
वद् धातु रूप – प्रत्यय के योग (विधिलिङ्)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वद् + ईत् (एत्) = वदेत् | वद् + ईताम् (एताम्) = वदेताम् | वद् + ईयु: (एयु:) = वदेयु: |
मध्यम पुरुष | वद् + ई: (ए:) = वदे: | वद् + ईतम् (एतम्) = वदेतम् | वद् + ईत् (एत्) =वदेत् |
उत्तम/अन्य | वद् + ईयम् (एयम्) = वदेयम् | वद् + ईव (एव) = वदेव | वद् + ईम (एम) = वदेम |
वद् धातु रूप – विधिलिङ् लकार संस्कृत अनुवाद
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | सः वदेत् = उसे बोलना चाहिए सा वदेत् = उसे बोलनी चाहिए | तौ वदेताम् = वे दोनों को बोलना चाहिए ते वदेताम् = वे दोनों को बोलनी चाहिए | ते वदेयु: = वेलोगों को बोलना चाहिए ता वदेयु: = वेलोगों को बोलनी चाहिए |
मध्यम पुरुष | त्वं वदे: = तुम्हे बोलना चाहिए | युवाम वदेतम् = तुमदोनों को बोलना चाहिए | यूयम वदेत् = तुमलोगों को बोलना चाहिए |
उत्तम/अन्य पुरुष | अहम् वदेयम् = मुझे बोलना चाहिए | आवाम वदेव = हमदोनों को बोलना चाहिए | वयम वदेम = हमलोगों को बोलना चाहिए |
Vad dhatu Roop Lit Lakar
परोक्ष भूतकाल (Past Perfect Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | उवाद | ऊदतु: | ऊदुः |
मध्यम पुरुष | उवदिथ | ऊदथु: | ऊद |
उत्तम/अन्य पुरुष | उवद | ऊदिव | ऊदिम |
Vad dhatu Roop Lut Lakar
अनद्यतन भविष्यत काल (Future Tense of Periphrastic)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वदिता | वदितारौ | वदितार: |
मध्यम पुरुष | वदितासि | वदितास्थः | वदितास्थ |
उत्तम/अन्य पुरुष | वदितास्मि | वदितास्वः | वदितास्मः |
Vad dhatu Roop lring Lakar
हेतुहेतुमद भविष्यत काल (Conditional Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अवदिष्यत् | अवदिष्यताम् | अवदिष्यन् |
मध्यम पुरुष | अवदिष्य: | अवदिष्यतम् | अवदिष्यत् |
उत्तम/अन्य पुरुष | अवदिष्यम् | अवदिष्याव | अवदिष्याम |
Vad Dhatu Roop Lung Lakar
सामान्य भूतकाल (Perfect Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अवादीत | अवादिष्टाम् | अवादिषु: |
मध्यम पुरुष | अवादी: | अवादिष्टम् | अवादिष्ट |
उत्तम/अन्य पुरुष | अवादिषम् | अवादिष्व | अवादिष्म |
Vad Dhatu Roop Ashirling Lakar
आशीर्वाद हेतु (Benedictive Mood)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | उद्यात् | उद्यास्ताम् | उद्यासु: |
मध्यम पुरुष | उद्या: | उद्यास्तम् | उद्यास्त |
उत्तम/अन्य पुरुष | उद्यासम् | उद्यास्व | उद्यास्म |
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- पठ् धातु रूप
- लिख धातु रूप
- अस् धातु रूप
- कृ धातु रूप
- खाद् धातु रूप
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- गम् धातु रूप
- नम् धातु रूप
- हस् धातु रूप
- स्था (तिष्ठ)
- सेव धातु रूप
Conclusion – साथियों विश्वास है कि Has dhatu Roop in Sanskrit के 10 लकारों का धातु रूप पसंद आया होगा. यदि यह Article अच्छा लगा हो तो अपने friend circle में share जरुर कीजिएगा साथ ही आपके बहुमूल्य सुझावों और विचारों का हमेशा से इंतजार रहता है, इसलिए लिखना मत भूलिएगा। धन्यवाद!