Sev Dhatu Roop एक आत्मनेपदी धातु रूप है। इस Article में Sev Dhatu Roop in Sanskrit के 10 लकारों में लट् लकार, लङ् लकार, लृट् लकार, लोट् लकार, विधिलिङ् लकार और अन्य 5 लकारों के धातु रूप सीखेंगे।
सेव् धातु रूप – लट् लकार (वर्तमान काल- Present Tense)
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेवते
सेवेते
सेवन्ते
मध्यमपुरुष
सेवसे
सेवेथे
सेवध्वे
उत्तमपुरुष
सेवे
सेवावहे
सेवामहे
सेव् = सेवा करना (To Serve)
Sev dhatu roop – धातु प्रत्यय
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
ते
इत् (आते)
अन्ते (अते)
मध्यमपुरुष
से
इथे (आथे)
ध्वे
उत्तम/अन्यपुरुष
इ (ए)
वहे
महे
Sev dhatu roop in sanskrit :- प्रत्यय योग
पपुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेव् + ते = सेवते
सेव् + इत् (आते)= सेवेते
सेव् + अन्ते (अते) = सेवन्ते
मध्यमपुरुष
सेव् + से = सेवसे
सेव् + इथे (आथे)= सेवेथे
सेव् + ध्वे = सेवध्वे
उत्तमपुरुष
सेव् + इ (ए) = सेवे
सेव् + वहे = सेवावहे
सेव् + महे = सेवामहे
सेव् धातु रूप – संस्कृत अनुवाद
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सः सेवते = वह सेवा करता है
सा सेवते = वह सेवा करती है
तौ सेवेते = वेदोनों सेवा करते हैं
ते सेवेते = वेदोनों सेवा करती हैं
ते सेवन्ते = वेलोग सेवा करते हैं
ता सेवन्ते = वेलोग सेवा करती हैं
मध्यमपुरुष
त्वंसेवसे = तुमसेवा करतेहो
युवामसेवेथे = तुमदोनोंसेवा करतेहों
यूयमसेवध्वे = तुमलोगसेवा करतेहो
उत्तम/अन्यपुरुष
अहम्सेवे = मैंसेवा करताहूँ
आवामसेवावहे = हमदोनोंसेवा करतेहैं
वयमसेवामहे = हमलोगसेवा करतेहैं
Sev dhatu roop in sanskrit – लङ् लकार (अनद्यतन भूतकाल – Past Tense)
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
असेवत
असेवेताम्
असेवन्त
मध्यमपुरुष
असेवथा:
असेवेथाम्
असेवध्वम्
उत्तम/अन्यपुरुष
असेवे
असेवावहि
असेवामहि
सेव् धातु रूप – धातु प्रत्यय
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
अ…त
अ…इताम् (आताम)
अ…अन्त
मध्यमपुरुष
अ…थाः
अ…इथाम् (आथाम)
अ…ध्वम्
उत्तम/अन्य पुरुष
अ…इ
अ…वहि
अ…महि
सेव् धातु रूप – प्रत्यय के योग
पपुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
अ + सेव् + त = असेवत
अ + सेव् + इताम् = असेवेताम्
अ + सेव् + अन्त = असेवन्त
मध्यमपुरुष
अ + सेव् + थाः = असेवथा:
अ + सेव् + इथाम् = असेवेथाम्
अ + सेव् + ध्वम् = असेवध्वम्
उत्तमपुरुष
अ + सेव् + इ = असेवे
अ + सेव् + वहि = असेवावहि
अ + सेव् + महि = असेवामहि
सेव् धातु रूप – संस्कृत अनुवाद
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सः असेवत = वह सेवा करता था
सा असेवत = वह सेवा करती थी
तौ असेवताम् = वेदोनों सेवा करते थे
ते असेवताम् = वेदोनों सेवा करती थीं
ते असेवन्त = वेलोग सेवा करते थे
ता असेवन्त = वेलोग सेवा करती थीं
मध्यमपुरुष
त्वंअसेवथा: = तुमसेवा करतेथे
युवामअसेवेथाम् = तुमदोनोंसेवा करतेथे
यूयमअसेवध्वम् = तुमलोगसेवा करतेथे
उत्तम/अन्यपुरुष
अहम्असेवे = मैंसेवा करताथा
आवामअसेवावहि = हमदोनोंसेवा करतेथे
वयमअसेवामहि = हमलोगसेवा करतेथे
सेव् धातु रूप – लृट् लकार ( Bhavishyat Kal – Future Tense)
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेविष्यते
सेविष्येते
सेविष्यन्ते
मध्यमपुरुष
सेविष्यसे
सेविष्येथे
सेविष्यध्वे
उत्तमपुरुष
सेविष्ये
सेविष्यवहे
सेविष्यामहे
Sev dhatu roop in sanskrit – प्रत्यय
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
स्यते
स्येते
स्यन्ते
मध्यमपुरुष
स्यसे
स्येथे
स्यध्वे
उत्तम/अन्यपुरुष
स्ये
स्यावहे
स्यामहे
सेव् धातु रूप संस्कृत में – प्रत्यय योग
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेव् + स्यते = सेविष्यते
सेव् + स्येते = सेविष्येते
सेव् + स्यन्ते = सेविष्यन्ते
मध्यमपुरुष
सेव् + स्यसे = सेविष्यसे
सेव् + स्येथे = सेविष्येथे
सेव् + स्यध्वे = सेविष्यध्वे
उत्तम/अन्य पुरुष
सेव् + स्ये = सेविष्ये
सेव् + स्यावहे = सेविष्यवहे
सेव् + स्यामहे = सेविष्यामहे
सेव् धातु रूप – संस्कृत अनुवाद
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सः सेविष्यते = वह सेवा करेगा
सा सेविष्यते = वह सेवा करेगी
तौ सेविष्येते = वे दोनों सेवा करेंगे
ते सेविष्येते = वे दोनों सेवा करेंगी
ते सेविष्यन्ते = वेलोग सेवा करेंगे
ता सेविष्यन्ते = वेलोग सेवा करेंगी
मध्यमपुरुष
त्वंसेविष्यसे = तुमसेवा करोगे
युवामसेविष्येथे = तुमदोनोंसेवा करोगे
यूयम सेविष्यध्वे = तुमलोग सेवा करोगे
उत्तम/अन्यपुरुष
अहम्सेविष्ये = मैंसेवा करूँगा
आवामसेविष्यवहे = हमदोनोंसेवा करेंगे
वयमसेविष्यामहे = हमलोगसेवा करेंगे
सेव् धातु रूप – लोट् लकार (Anugya – Order)
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेवताम्
सेवेताम्
सेवन्ताम्
मध्यमपुरुष
सेवस्व
सेवेथाम्
सेवध्वम्
उत्तमपुरुष
सेवे
सेवावहै
सेवामहै
लोट लकार धातु प्रत्यय
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
ताम्
इताम् (आताम्)
अन्ताम् (अताम्)
मध्यमपुरुष
स्व
इथाम् (आथाम्)
ध्वम्
उत्तम/अन्य पुरुष
ऐ
आवहै
आमहै
सेव् धातु रूप – प्रत्यय योग
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेव् + ताम् = सेवताम्
सेव् + इताम् = सेवेताम्
सेव् + अन्ताम् = सेवन्ताम्
मध्यमपुरुष
सेव् + स्व = सेवस्व
सेव् + इथाम् = सेवेथाम्
सेव् + ध्वम् = सेवध्वम्
उत्तम/अन्य पुरुष
सेव् + ऐ = सेवे
सेव् + आवहै = सेवावहै
सेव् + आमहै = सेवामहै
सेव् धातु रूप – संस्कृत अनुवाद
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सः सेवताम् = वह सेवा करे
सा सेवताम् = वह सेवा करे
तौ सेवेताम् = वे दोनों सेवा करें
ते सेवेताम् = वे दोनों सेवा करें
ते सेवन्ताम् = वेलोग सेवा करें
ता सेवन्ताम् = वेलोग सेवा करें
मध्यमपुरुष
त्वंसेवस्व = तुमसेवा करो
युवामसेवेथाम् = तुमदोनोंसेवा करो
यूयमसेवध्वम् = तुमलोगसेवा करो
उत्तम/अन्यपुरुष
अहम्सेवे = मैंसेवा करूँ
आवामसेवावहै = हमदोनोंसेवा करें
वयमसेवामहै = हमलोगसेवा करें
Sev dhatu Roop in Sanskrit – Vidhi ling (चाहिए – Should)
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेवेत्
सेवेयाताम्
सेवेरन्
मध्यमपुरुष
सेवेथा:
सेवेयाथाम्
सेवेध्वम्
उत्तमपुरुष
सेवेय
सेवेवहि
सेवेमहि
विधिलिङ् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
ईत्
ईयाताम्
ईरन्
मध्यमपुरुष
ईथा:
ईयाथाम्
ईध्वम्
उत्तम/अन्यपुरुष
ईय
ईवहि
ईमहि
सेव् धातु रूप – प्रत्यय के योग
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेव् + ईत् = सेवेत्
सेव् + ईयाताम् = सेवेयाताम्
सेव् + ईरन् = सेवेरन्
मध्यमपुरुष
सेव् + ईथा:= सेवेथा:
सेव् + ईयाथाम्) = सेवेयाथाम्
सेव् + ईध्वम् = सेवेध्वम्
उत्तम/अन्य पुरुष
सेव् + ईय = सेवेय
सेव् + ईवहि = सेवेवहि
सेव् + ईमहि = सेवेमहि
सेव् धातु रूप – संस्कृत अनुवाद
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सः सेवेत् = उसे सेवा करना चाहिए
सा सेवेत् = उसे सेवा करनी चाहिए
तौ सेवेयाताम् = वे दोनों को सेवा करना चाहिए
ते सेवेयाताम् = वे दोनों को सेवा करनी चाहिए
ते सेवेरन् = वेलोगों को सेवा करना चाहिए
ता सेवेरन् = वेलोगों को सेवा करनी चाहिए
मध्यमपुरुष
त्वंसेवेथा: = तुम्हेसेवा करनाचाहिए
युवामसेवेयाथाम् = तुमदोनोंकोसेवा करनाचाहिए
यूयमसेवेध्वम् = तुमलोगोंकोसेवा करनाचाहिए
उत्तम/अन्यपुरुष
अहम्सेवेय = मुझेसेवा करनाचाहिए
आवामसेवेवहि = हमदोनोंकोसेवा करना चाहिए
वयमसेवेमहि = हमलोगोंकोसेवा करनाचाहिए
लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सिषेवे
सिषेवाते
सिषेविरे
मध्यमपुरुष
सिषेविषे
सिषेवाथे
सिषेविध्वे
उत्तम/अन्यपुरुष
सिषेवे
सिषेविवहे
सिषेविमहे
सेव् धातु रूप – लुट् लकार – अनद्यतन भविष्यत काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमपुरुष
सेविता
सेवितारौ
सेवितार:
मध्यमपुरुष
सेवितासे
सेवितासाथे
सेविताध्वे
उत्तम/अन्यपुरुष
सेविताहे
सेवितास्वहे
सेवितास्महे
Sev Dhatu Roop – लृङ् लकार – हेतुहेतुमद भविष्यत काल
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